अम्बेडकरनगर । गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के दो चैनेजों के बीच खेतों व देवस्थान तक पहुंचने के लिए सर्विस रोड बनाए जाने की मांग पूरा हुए बिना ही निर्माण एजेंसी यूपीडा द्वारा अपने अधिकारी तथा नायब तहसीलदार सहित पुलिस बल की मौजूदगी में की जा रही बैरिकेटिंग का ग्रामीणों ने विरोध किया बाद में भाजपा नेताओं की वार्ता के बाद उक्त स्थल पर बैरिकेडिंग का कार्य स्थगित कर दिया गया।आलापुर तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों से होकर गुजर रहे निर्माण अधीन गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के चैनेज 55+100 तथा 55+877 की भौतिक अवस्थिति ग्राम तेन्दुआई खुर्द के बायीं तरफ चक मार्ग संख्या 188 व 163 को पुलिया समेत लिंक एक्सप्रेस वे में समाहित कर लिया गया है।
उक्त गांव में निर्माण एजेंसी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा विस्थापित देवस्थान टेढ़वा बाबा व खेतों के बाकी हिस्सों तक पहुंचने के लिए रास्ते का प्रावधान नहीं किया गया है उक्त गांव की पूर्वी सीमा नाले से आबद्ध है। इसलिए एक्सप्रेस वे के बायीं तरफ बिना रास्ते व पुलिया दिए ही बैरिकेडिंग लगाने से किसानों तथा श्रद्धालुओं को खेतों व देवस्थान तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है। समस्या को लेकर गांव के लोग काफी दिनों से उक्त दोनों चैनेजों के मध्य रोड सर्विस रोड बनाए जाने की मांग करते रहे हैं समय-समय पर एजेंसी द्वारा बेरीकेटिंग किए जाने के प्रयासों का विरोध भी किया जाता रहा इसी बीच ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए सत्ताधारी दल के पूर्व में तत्कालीन जिलाध्यक्ष डॉक्टर मिथिलेश त्रिपाठी सहित संत कबीर नगर सांसद प्रवीण निषाद ने दो बार तथा अभी हाल ही में आजमगढ़ सांसद दिनेश यादव निरहुआ ने भी यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखकर सर्विस रोड बनाए जाने की सिफारिश की थी। इस बीच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा मौके का स्थलीय निरीक्षण कर रास्ते का आश्वासन भी दिया गया था लेकिन लेकिन ऐसा हो नहीं सका । गत दिनों एजेंसी के परियोजना निदेशक पीडी वर्मा व गाइडेशन ऑफिसर अनिल कुमार ने नायब तहसीलदार राजकपूर के साथ मौके पर पहुंच कर मौके की स्थिति देखकर ग्रामीणों से वार्ता भी की थी लेकिन समाधान की दिशा में कोई प्रयास नहीं हुआ इसी बीच रविवार को उक्त स्थान पर एजेंसी के जनसंपर्क अधिकारी अनिल दूबे व नायब तहसीलदार राज कपूर थाना अध्यक्ष राजेसुल्तानपुर विजय तिवारी सहित पुलिस बल की मौजूदगी में एक बार फिर बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद करने का प्रयास शुरू कर दिया गया जिसके बाद कृष्ण चंद्र मिश्र, ग्राम प्रधान सुरेंद्र पांडे , अखिलेश पांडे पप्पू बाबा, रामदास मिश्रा, अंकित मिश्रा, विजय मिश्रा, जयप्रकाश, सेतुबंध पांडे, राम आसरे हवलदार पांडे, विजय शंकर, घनश्याम पांडे, पारस, सुभावती, शिवसागर सहित कई अन्य ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया।विरोध के स्वर और मुखर हो पाए इसी बीच भाजपा नेता दिवाकर ओझा व अरविंद उपाध्याय आदि ने पहुंच कर संबंधित अधिकारियों से वार्ता किया और किसानों व श्रद्धालुओं के हितों व दो दो सांसदों कि सिफारिशों की अनदेखी कर इस तरह के प्रयासों पर कड़ी नाराजगी भी जताई।हंगामे व विरोध के बाद आखिरकार विवादित जगह पर बैरिकेडिंग का कार्य स्थगित कर दिया गया। भाजपा नेताओं ने कहा कि ग्रामीणों व किसानों के विरुद्ध जबरदस्ती शासन की मंशा के भी अनुकूल नहीं है यहां जबरदस्ती भी की जा रही है।सांसदों की सिफारिशों को भी कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है अगर ऐसा ही रवैया एजेंसी का जारी रहा तो हर स्तर पर इसका विरोध किया जाएगा वहीं थाना अध्यक्ष विजय तिवारी ने बताया की जल्द ही यूपीडा के जिम्मेदार अधिकारियों व ग्रामीणों की थाने पर मीटिंग कराई जाएगी उसमें सहमति बनाने का पूरा प्रयास किया जाएगा तब तक के लिए सिर्फ उक्त स्थान तक बैरिकेडिंग का कार्य स्थगित किया गया है।ग्रामीणों के विरोध के चलते बैरंग वापस लौटे अधिकारी व कर्मचारी
February 12, 2024
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