अम्बेडकरनगर। गेरुआ वस्त्र धारण किए, कंधे पर कांवर लिए नंगे पांव मुख से 'बोल बम का नारा है भोले एक सहारा है' के उद्घोष के साथ सोमवार को जब क्षेत्र में दर्जनों नन्हे मुन्ने कांवरियों का कारवां निकला तो देखने वाले दंग रह गए।
नन्हे-नन्हे पांव वाले छोटू बम की बड़ी आस्था देखकर लोगों ने दांतो तले उंगली दबा ली।नन्हे नन्हे पांव वाले बच्चों के मजबूत संकल्प ने रास्ते में हर किसी को श्रद्धा से नतमस्तक कर दिया।सोमवार को बसखारी से जहांगीरगंज,न्योरी ढोलबजवा, गिरैया बाजार,कम्हरिया घाट सहित पूरा क्षेत्र कावंरियों के जत्थों से पट गया।सब शिवभक्ति में रंगे दिख रहे हैं।कोई 'छोटू बम' तो कोई 'मोटू बम' माता बम और बहना बम, दीदी बम,भैया बम, चाचा बम के साथ युवाओं की फौज भी।सबके मन में एक ही कामना है शिव की आराधना। बदलते समय के साथ मेला का स्वरूप और व्यवस्था जरूर बदला है पर नहीं बदला है तो वह है कामना और आराधना का भाव। बसखारी से न्योरी एनएच 233 की पथरीली सड़क पर गेरुआ वस्त्र धारण किए,कंधे पर कांवड़ लिए नंगे पांव मुख से बोल बम का नारा है,भोले का ही सहारा है आदि उद्धोष के साथ चल रहे नन्हे मुन्ने कांवड़ियों को देख हर कोई हतप्रभ रह गए।कांविड़यों की उम्र चार साल से 12 साल तक थी।नन्हें-नन्हें पांव,मजबूत संकल्प!,मौसम पर आस्था भारी
August 20, 2023
0
Tags